प्रेरणा व सानिध्य:- पूज्य ऐलक श्री विज्ञानं सागर जी महाराज
शनिग्रह अरिष्ट निवारक, 20वे तीर्थंकर श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ की सवा 5 फुट उत्तुंग अतिशयकारी जिन प्रतिमा के सम्मुख जाप, हवन, पूजा कीजिये
दिनांक:- शनि अमावस्या 15 सितम्बर 2012 शनिवार को प्रातः 6 बजे से
स्थान :- जय शांति सागर निकेतन, मंडोला (जिला ग़ाज़ियाबाद)
सम्पूर्ण विधि विधान से मिलेगा शनि की साडे साती से छुटकारा
हवन में बैठने के लिए आज ही संपर्क करें:- 09410494200,09690042294
No comments:
Post a Comment
क्या आप कार्यक्रम में आएंगे?