01. मुनि विसर्ग सागर जी, सागर (म.प्र.) जनवरी 1994
02.आर्यिका विसर्जन मति माताजी जी, ललितपुर (उ.प्र.) जनवरी 1995
03.ब्र.गुलाब चंद जी (क्षुल्लक विदेह सागर जी), दमोह (म.प्र.) 19 अक्टूबर 1996
04. आर्यिका सुमति माताजी, कृष्णा नगर दिल्ली, 19 अक्टूबर 2004
05.आर्यिका विजय नंदनी माताजी, फिरोजाबाद (उ.प्र.) 19 मई 2006
06. मुनि परमानन्द जी, अलवर (राज.) 19 जनवरी 2009
07. आर्यिका मोक्ष नंदनी माताजी, जम्बूस्वामी तपोस्थली बोलखेड़ा, 12 अगस्त 2010
08. आर्यिका सिद्ध नंदनी माताजी, शकरपुर दिल्ली, 10 मई 2012
09. मुनि सुज्ञान सागर जी, जय शांति सागर निकेतन मंडोला, मार्च 2012
10. मुनि इच्छानंद जी, जम्बूस्वामी तपोस्थली बोलखेड़ा, 7 अप्रैल 2014
Monday, September 22, 2014
समाधि संबोधन
Tuesday, September 16, 2014
यथाजात जैनेश्वरी दीक्षा
परम पूज्य श्वेत पिच्छाचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज के सुयोग्य शिष्य परम पूज्य अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के पावन कर कमलों द्वारा भव्य यथाजात जैनेश्वरी दीक्षा महा महोत्सव का आयोजन प्रातः 11 बजे से बिरला सिटी वाटर पार्क ,जयपुर हाईवे ,अजमेर में होगा। आप सपरिवार सादर आमंत्रित हैं। आना न बीभूलें अपनों को लाना न भूलें।
Saturday, September 6, 2014
आचार्य श्री विद्यानंद प्रतियोगिता प्रश्न पत्र
आचार्य श्री विद्यानंद प्रतियोगिता को डाउनलोड करके हमें मात्र उत्तर पुस्तिका भेजें।
उत्तर पुस्तिका भेजने का पता
श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैसवाल जैन मंदिर, महावीर मार्ग, केसरगंज, अजमेर (राज.)
Thursday, September 4, 2014
आचार्य श्री विद्यानंद प्रतियोगिता
प.पू. श्वेत पिच्छ्चार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज को समर्पित व उन्ही के नाम से प्रकाशित होने वाली ये प्रतियोगिता पिछले 13 वर्षों से निरंतर प्रकाशित हो रही है जिसकी पावन प्रेरणा प. पू. अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के द्वारा प्राप्त हुई है।
वर्ष 2014 के अंक में कुल 169 प्रश्न हैं जिनके मात्र अ, ब, स, द अथवा य में ही उत्तर देने हैं। प्रश्न संकलन रोचक और ज्ञान वर्धक तरीके से किया गया है जो पूज्य आचार्य श्री के स्वाभाव की तरह सरल और चर्या के सदृश कठोर का अनुपम ताल मेल है।
प्रतियोगिता जमा करने की अंतिम तारीख 12 अक्टूबर है तथा परिणाम घोषणा व पुरस्कार वितरण 26 अक्टूबर 2014 को पिच्छि परिवर्तन के अवसर पर किया जायेगा। प्रथम पुरस्कार (भगवान ऋषभदेव पुरस्कार) ₹25000/- की नकद राशी अथवा इतनी ही राशी का पुरस्कार, द्वितीय पुरस्कार (जम्बूस्वामी पुरस्कार) ₹15000/- की नकद राशी अथवा इतनी राशी का पुरस्कार, तृतीय पुरस्कार (आचार्य कुन्दकुन्द पुरस्कार) ₹11000/- की नकद राशी अथवा इतनी ही राशी का पुरस्कार। इसके साथ साथ 26 विशेष सांत्वना (आचार्य श्री शांति सागर पुरस्कार) , 90 सामान्य सांत्वना पुरस्कार (श्वेत पिच्छाचार्य श्री विद्यानंद पुरस्कार), 108 सांत्वना पुरस्कार (एलाचार्य श्री वसुनंदी पुरस्कार) से प्रतियोगियों को सम्मानित किया जायेगा। प्रतियोगी का परिणाम घोषणा के अवसर होना आवश्यक है।
विचार
मुख्य धाराएं
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श्री पार्श्वनाथ भगवान की भक्ति आराधना का सर्वाधिक चमत्कारी स्तोत्र श्री कल्याण मंदिर का विधान श्री दिगम्बर जैन मंदिर, बैंक एन्क्लेव (दिल्...
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प.पू. अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी आचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के प्रथम आचार्य पदारोहण दिवस पर आयोजित "अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी प्रतियोगिता...
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हम सभी के लिए यह प्रसंनता का विषय है कि 20-21 वीं सदी के सर्वमान्य आयु-वृद्ध, ज्ञान-वृद्ध, तप-वृद्ध, दीक्षा-वृद्ध श्वेत पिच्छाचार्य श्री वि...
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परम पूज्य राष्ट्र संत श्वेत पिच्छाचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज के परम प्रिय व आज्ञानुवर्ती शिष्य परम पूज्य अभिक्षण ज्ञानोपयोगी एलाचा...
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उपसर्ग विजेता भगवन पार्श्वनाथ की तपस्थली अतिशय क्षेत्र अहिछत्र में परम पूज्य श्वेत पिच्छाचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज...
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= स्वाध्याय के लिए शास्त्रों का सामने होना आवश्यक नहीं,स्वाध्याय तो प्रकृति के किसी भी पदार्थ का आश्रय लेकर किया जा सकता है यदि दृष्टि समीची...
आज का प्रवास
गुरु शरण

आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज से पड़ते हुए गुरुदेव
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