दिल्ली:परम पूज्य राष्ट्र संत श्वेत पिच्छाचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज के प्राण प्रिय शिष्य प.पू. अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज का तृतीय एलाचार्य पदारोहण दिवस बेहद आनंदमाय व अभूतपूर्व प्रभावना के साथ संपन्न हुआ.02 अप्रैल सोमवार को प्रातः 10:30 बजे जब श्री दिगम्बर जैन मंदिर, लोधी कालोनी से श्री सत्य साईं इंटरनॅशनल ऑडिटोरियम, लोधी रोड के लिए गमन हुआ तो सारा माहौल जयकारों से गूंज उठा.समारोह स्थल पर पहुचते ही ध्वजारोहण कर श्री राजकमल जैन सरावगी ग्रीन पार्क ने सौभाग्य प्राप्त किया.मंच पर सर्वप्रथम श्री चमनलाल जैन (अध्यक्ष, राजगढ़ जैन समाज) ने मंच उद्घाटन कर समरह को गति प्रदान की तथा हमारे आराध्य भ.अजितनाथ,हमारे आदर्श आ.शान्तिसागर जी,हमारे गुरु आ.विद्यानंद जी व हमारे पथ प्रदर्शक एला.वसुनंदी जी के चित्रों का अनावरण किया गया.दीप प्रज्ज्वलन कर श्री गजेन्द्र जैन, इंदौर व रविसेन मनोज जैन (इशु जींस) ने समारोह देदीप्यमान किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री,भारत सरकार से श्री प्रदीप जैन 'आदित्य' व अति विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अरविंदर सिंह लवली (शिक्षा व परिवहन मंत्री, दिल्ली सरकार) एवं स्टार न्यूज़ के चीफ एडिटर श्री दीपक चौरसिया उपस्थित हुए.केंद्रीय मंत्री, दिल्ली सरकार के मंत्री,स्टार न्यूज़ के चीफ एडिटर,समाज के गणमान्य श्रेष्ठियों और आयोजक संस्थान द्वारा पूज्य एलाचार्य श्री को "लोह्पुरुष" की मानक उपाधि से अलंकृत किया गया. आयोजक संसथान द्वारा प्रदीप जैन 'आदित्य' व अरविंदर सिंह लवली को "कर्त्तव्य निष्ठ शासक" की उपाधि से सम्मानित किया गया. अपनी स्वर लहरियों से जैन भजन सम्राट श्री रूपेश जैन ने सबको मंत्र मुग्ध कर दिया और इसी अवसर पर उन्हें "स्वर सम्राट" की उपाधि से सम्मानित किया गया.श्री प्रदीप जैन'आदित्य',श्री अरविंदर सिंह लवली,श्री दीपक चौरसिया,श्री मुनीश्वर जैन (ग्रीन पार्क),बा.ब्र.इन्द्र कुमार जैन आदि ने अपनी विनयांजलि प्रस्तुत की.सस्थान द्वारा श्री टीनू जैन, श्री नीरज जैन, श्री पंकज जैन,श्री इशु जैन को "युवा रत्न" तथा श्रीमती मिथलेश जैन व श्रीमती सुधा जैन को "महिला रत्न" की उपाधि से सम्मानित किया गया.प्रतिष्ठाचार्य श्री मनोज शास्त्री जी को "प्रतिष्ठा रत्नाकर" की उपाधि से सम्मानित किया गया.कार्यक्रम के मध्य मंगलगीत के माध्यम से बा.ब्र.शिल्पी दीदी व बा.ब्र.साक्षी दीदी ने समारोह को मगलमय कर दिया.श्रेष्ठी श्रावकों ने पद प्रक्षालन, पूजन, आरती, शास्त्र भेंट, जाप माला भेंट व पिच्ची भेंट कर पुण्यार्जन किया. कार्यक्रम में पूज्य एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज, मुनि श्री ज्ञानानंद जी एवं मुनिश्री सर्वानन्द जी मुनिराज की पिच्छि परिवर्तन भी संपन्न हुआ जिसमे मुनि श्री सर्वानन्द जी की पुरानी पिच्छि श्री निकुंज जैन संगम विहार, मुनिश्री ज्ञानानंद जी की श्री संजय जैन'कागजी' लक्ष्मी नगर और पूज्य एलाचार्य श्री की श्री राजकमल अनीता जैन ग्रीन पार्क को प्राप्त हुई. अंतिम चरण पूज्य गुरुदेव के चातुर्मास हेतू अतिशय क्षेत्र जम्बूस्वामी जी बोलखेडा, जेवर, मेरठ, हस्तिनापुर,सरधना,ग्रीन पार्क (दिल्ली),तिजारा, फिरोजाबाद आदि नगरों के साथ साथ धर्म जागृति संसथान, दिल्ली प्रदेश द्वारा दिल्ली में चातुर्मास हेतू श्रीफल चढ़ाये गए.अंत में पूज्य एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज द्वारा मंगल कल्याणकारी अमृतवाणी सुन सबने स्वयं को धन्य माना और चातुर्मास हेतू बस एक ही संकेत दिया की जहा भी चातुर्मास होगा पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज की अनुमति व आज्ञा से होगा.सबको वात्सल्य पूर्वक आशीर्वाद देकर अपनी वाणी को विराम दिया और पूजन व आरती के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ.
Tuesday, April 3, 2012
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