Tuesday, August 24, 2010

वर्णी दीक्षा संपन्न

अतिशय क्षेत्र श्री जम्बूस्वामी जी(तपोस्थली) के इतिहास में ये पहली बार था जब परम पूज्य अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के कर कमलों से भव्य रूप से "वर्णी दीक्षा" 22 अगस्त को संपन्न हुई.तीव्र भावनाओं को देखते हुए पूज्य गुरुदेव ने ब्र.हुकुम चंद जी'दरोगा' (मेरठ)..................
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Friday, August 13, 2010

क्षुल्लिका मोक्षनंदनी माताजी की हुई समाधी

राजाखेड़ा निवासी सप्तम प्रतिमा धारी ब्रह्मचारिणी छोटी बाई जी का जब स्वास्थ ख़राब हुआ तब उनके परिवार के लोग प.पू. एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के पास दर्शन हेतु ले आये.तब उन्होंने सल्लेखना ग्रहण करने का निवेदन किया तो एलाचार्य श्री ने स्वास्थ और अंग ज्ञान से जानकर उन्हें 12 अगस्त को यम सल्लेखना................
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Tuesday, August 3, 2010

श्वेत पिच्छाचार्य बने आचार्य विद्यानंद जी

परम पूज्य सिद्धांत चक्रवर्ती, राष्ट्र संत जैसी महान उपाधियों से विभूषित आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज के नाम के साथ एक और ऐतिहासिक नाम जुड़ गया है.इतिहास के २००० वर्ष में ये पहली बार है जब आचार्य उमास्वामीजी मुनिराज के अलावा आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज ने हरे मयूर पंख के अतिरिक्त कोई और पंख की पिच्छी धारण की है.२४ जुलाई के दिन जब चातुर्मास स्थापना के अवसर पर पूज्य आचार्य श्री के एक अमेरिकन भक्त ने ये श्वेत मयूर पंख की पिच्छी प्रदान की तब समस्त जैन समाज में हलचल मच गई.उपस्थित जनसमूह ने पूज्य आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज को "श्वेत पिच्छाचार्य" की उपाधि से विभूषित किया.वैसे भी आचार्य श्री के नाम अनेकों  ऐतिहासिक कार्य अंकित हैं लेकिन इस कार्य से तो उनका नाम हजारों वर्षों तक इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों से अंकित हो गया.

विचार

विचार- "पानी पियो छानकर, वाणी बोलो जानकर "

मुख्य धाराएं

आज का प्रवास

आज का प्रवास 27-02-2016
*परम पूज्य आचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज ससंघ का मंगल विहार दिल्ली की ओर चल रहा है. 05 मार्च को ग्रीन पार्क में होगा मंगल प्रवेश।
*मुनि श्री नमिसागर जी, ऐलक श्री विज्ञानसागर जी,क्षुल्लक श्री विशंक सागर जी,क्षुल्लक श्री अनंत सागर जी मंडोला,गाज़ियाबाद में विराजमान है।
*मुनि श्री शिवानंद जी, मुनि श्री प्रशमानन्द जी अतिशय क्षेत्र जय शान्तिसागर निकेतन,मंडोला,उ.प्र. में विराजमान है।
*संघ नायिका गणिनी आर्यिका श्री गुरुनंदनी माताजी ससंघ राजाखेड़ा,राज. में विराजमान हैं।
*स्वसंघ प्रवर्तिका आर्यिका श्री सौम्यनंदनी माताजी ससंघ पपौरा,म.प्र. में विराजमान हैं।
*आर्यिका श्री पद्मनंदनी माताजी ससंघ ज्योति नगर, दिल्ली में विराजमान हैं।

गुरु शरण

गुरु शरण
आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज से पड़ते हुए गुरुदेव

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