दिल्ली ने कई बार सौभाग्य प्राप्त किया है दिगम्बर जैन दीक्षाओं को साक्षात् देखने का लेकिन इस बार दिल्ली की धरा पर प्रथम बार परम पूज्य श्वेतपिछाचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज के पावन सानिध्य, आज्ञा व निर्देशन में तथा परम पूज्य अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के परम पावन कर कमलों द्वारा प्रथम बार भव्य एतिहासिक मुनि दीक्षाएं दिनांक ०१ अप्रैल २०११, शुक्रवार के दिन ग्रीन पार्क की भूमि पर संपन्न होगी.ये पहली बार है जब पूज्य आचार्य श्री व एलाचार्य श्री दोनों प्रथम बार मुनि दीक्षाएं प्रदान करेंगे अपितु दोनों ही संतो ने समाधि के अवसर पर क्षपक को मुनि दीक्षाएं प्रदान की है.०१ अप्रैल २००९ को ही आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज ने अपने प्रिय शिष्य उपध्याय श्री निर्णय सागर जी मुनिराज को एलाचार्य पद प्रदान कर एलाचार्य वसुनंदी बनाया था और अब दो साल बाद आचार्य श्री अपनी शिष्य परंपरा को आगे बढते हुए देखेंगे.जैन शासन में जहाँ एक समय में दिगम्बर मुनियों के दर्शन दुर्लभ हो गए थे वहीँ प्रथमाचार्य श्री शांति सागर जी मुनिराज ने दिगम्बरत्व को जीवंत किया.ऐसी गौरवमई परंपरा में ही आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज और उन्ही के शिष्य एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के द्वारा भव्य कल्याणकारी जैनेश्वरी मुनि दीक्षाएं प्रदान की जाएँगी.इस अवसर पर आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज और एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के साथ साथ आर्यिका श्री विद्याश्री माताजी,आर्यिका विधाश्री माताजी,आर्यिका सौम्यनंदनी माताजी,ऐलक विज्ञान सागर जी,ऐलक विमुक्त सागर जी,ऐलक ज्ञानानंद जी,ऐलक सर्वानन्द जी, क्षुल्लक विशंक सागर जी,क्षुल्लक ज्ञान सागर जी,क्षुल्लक सुखानंद जी एवं क्षुल्लिका वीरनंदनी माताजी के भी सानिध्य की सम्भावना है.
Tuesday, March 8, 2011
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आचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज से पड़ते हुए गुरुदेव
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