चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांति सागर जी मुनिराज की गौरवशाली परम्परा के अनमोल रत्न परम पूज्य श्वेत पिच्छाचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज के परम अग्यानुवर्ती शिष्य परम पूज्य एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश 19 मार्च को श्री वर्धमान दिगम्बर जैन मंदिर, बी ब्लाक, शकरपुर में होगा जहाँ फाल्गुन माह की अष्टाह्निका का आयोजन 20 मार्च से 28 मार्च तक संगीतमय व उत्साहपूर्वक किया जायेगा। पर्व के दौरान अनंतानंत सिद्ध परमेष्ठी की आराधना का स्त्रोत श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान का आयोजन होगा। इस विधान के माध्यम से सति मैनासुंदरी ने अपने पति सेठ श्रीपाल आदि 700 कोडियों को निरोगी किया था। इस विधान में आप भी सम्मिलित हो अपने पाप कर्म का क्षय कर पुण्यार्जन करें। 28 मार्च को हवन के पश्चात् भव्य रथयात्रा के माध्यम से निष्ठापन किया जायेगा।
धर्म जागृति संस्थान के कोषाध्यक्ष श्री पंकज जैन ने बताया कि पूज्य गुरुदेव का दिल्ली में मंगल प्रवेश 17 मार्च को लक्ष्मी नगर स्थित बैंक एन्क्लेव जैन मंदिर में होगा जहाँ दो दिन के प्रवास के पश्चात् शकरपुर में मंगल प्रवेश होगा।
पूज्य एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के साथ साथ मुनि श्री ज्ञानानंद जी, मुनि श्री सर्वानन्द जी, मुनि श्री जिनानंद जी, क्षुल्लक श्री सच्चिदानंद जी एवं क्षुल्लक श्री स्वरूपानंद जी महाराज का भी सानिध्य व दर्शन प्राप्त होगा।
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