उपसर्ग विजेता भगवन पार्श्वनाथ की तपस्थली अतिशय क्षेत्र अहिछत्र में परम पूज्य श्वेत पिच्छाचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज के परम प्रिय शिष्य परम पूज्य अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज ससंघ के परम पुनीत सानिध्य में 27 जनवरी से 20 फरवरी तक “महासिद्धान्त ग्रन्थ शीतकालीन वाचना” का आयोजन संपन्न होगा। संघस्त बाल ब्र. शुभाशीष भैया ने बताया कि इस शीतकालीन वाचना में श्री महाबन्ध भाग 5 की वाचना होगी।ज्ञात हुआ है कि परम पूज्य एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज स्वाध्याय प्रिय संत है तथा उनके संघ में प्रत्येक शीतकालीन, ग्रीष्मकालीन व वर्षाकालीन ऐसी तीनो वार्षिक वाचनायें संपन्न होती है। वर्तमान काल में स्वाध्याय की परम्परा व रूचि समाप्त होती जा रही है जिसके लिए पूज्य गुरुदेव विभिन्न प्रकार से श्रावकों को स्वाध्याय करने की प्रेरणा प्रतिपल देते हैं। वाचना का प्रारूप मात्र स्वाध्याय ही नहीं अपितु समय का सदुपयोग भी है।जहाँ हर प्राणी अपनी भाग दौड़ में ही जीवन व्यतीत कर रहा है वही स्वाध्याय के माध्यम से प्राणी अपने आप को जानने का सफल प्रयास करता है।
पूज्य एलाचार्य श्री की वर्षाकालीन वाचना फिरोजाबाद में संपन्न होने के पश्चात अब शीतकालीन वाचना अतिशय क्षेत्र अहिछत्र में संपन्न होने जा रही है। संघस्त साधुओं में पूज्य मुनि श्री ज्ञानानंद जी, मुनि श्री सर्वानन्द जी एवं मुनि श्री जिनानंद जी मुनिराज व त्यागीगण आदि इस वाचना में उपस्थित रहेंगे। पूज्य एलाचार्य श्री 23 जनवरी को बदायूं पंचकल्याणक प्रतिष्ठा के पश्चात् विहार कर 26 जनवरी को अतिशय क्षेत्र में मंगल प्रवेश करेंगे। वाचना का शुभारम्भ विधिवत रूप से मंगल कलश स्थापित कर 27 जनवरी से होगा व विधिवत 20 फरवरी को समापन कर दिल्ली की ओर मंगल विहार करने की सम्भावना है।
परम पूज्य अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज का मुख्य उद्देश्य अपने गुरु परम पूज्य श्वेत पिच्छाचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज के पावन दर्शन हेतु दिल्ली में पदार्पण होगा तत्पश्चात मेरठ नगर की ओर गमन होगा जहाँ 12 से 16 मई तक श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा का आयोजन किया जायेगा।
पूज्य एलाचार्य श्री की वर्षाकालीन वाचना फिरोजाबाद में संपन्न होने के पश्चात अब शीतकालीन वाचना अतिशय क्षेत्र अहिछत्र में संपन्न होने जा रही है। संघस्त साधुओं में पूज्य मुनि श्री ज्ञानानंद जी, मुनि श्री सर्वानन्द जी एवं मुनि श्री जिनानंद जी मुनिराज व त्यागीगण आदि इस वाचना में उपस्थित रहेंगे। पूज्य एलाचार्य श्री 23 जनवरी को बदायूं पंचकल्याणक प्रतिष्ठा के पश्चात् विहार कर 26 जनवरी को अतिशय क्षेत्र में मंगल प्रवेश करेंगे। वाचना का शुभारम्भ विधिवत रूप से मंगल कलश स्थापित कर 27 जनवरी से होगा व विधिवत 20 फरवरी को समापन कर दिल्ली की ओर मंगल विहार करने की सम्भावना है।
परम पूज्य अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी एलाचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज का मुख्य उद्देश्य अपने गुरु परम पूज्य श्वेत पिच्छाचार्य श्री विद्यानंद जी मुनिराज के पावन दर्शन हेतु दिल्ली में पदार्पण होगा तत्पश्चात मेरठ नगर की ओर गमन होगा जहाँ 12 से 16 मई तक श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा का आयोजन किया जायेगा।
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